काल – क्रिया के करने या होने के समय को काल कहते हैं काल के तीन भेद हैं –
1- भूतकाल – ‘ भूत का अर्थ है – बीता हुआ । क्रिया के जिस रूप से यह पता चले कि क्रिया का व्यापार पहले समाप्त हो चुका है , वह भूतकाल कहलाता है ; जैसे –
सीता ने खाना पकाया । इस वाक्य से क्रिया के समाप्त होने बोध होता है । अत: यहां भूतकाल क्रिया का प्रयोग हुआ है !
2- वर्तमान काल – वर्तमान का अर्थ है – उपस्थित अर्थात जिस क्रिया से इस बात की सूचना मिले कि क्रिया का व्यापार अभी भी चल रहा है , समाप्त नहीं हुआ , उसे वर्तमान काल कहते हैं ; जैसे – मोहन गाता है ।
3- भविष्यत काल – भविष्यत का अर्थ है – आने वाला समय । अत: क्रिया के जिस रूप से भविष्यत में क्रिया होने का बोध हो , उसे भविष्यत काल की क्रिया कहते हैं;
जैसे – सीता कल दिल्ली जाएगी । ( गा , गे , गी भविष्यत काल के परिचायक चिन्ह हैं !)
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बर्तमान काल पहले होता है
उसके बाद में भूतकाल होता है
अतः भविष्यत् काल होता है।।
Janam de bhalak Sabse phele peryatan Karta hai
Janam de bhalak Sabse phele peryatan Karta hai
It's right