घोष और अघोष :- ध्वनि की दृष्टि से जिन व्यंजन वर्णों के उच्चारण में स्वरतन्त्रियाँ झंकृत होती है , उन्हें ‘ घोष ‘ कहते है और जिनमें स्वरतन्त्रियाँ झंकृत नहीं होती उन्हें ‘ अघोष ‘ व्यंजन कहते हैं ! ये घोष – अघोष व्यंजन इस प्रकार हैं –
घोष अघोष
ग , घ , ङ क , ख
ज , झ , ञ च , छ
ड , द , ण , ड़ , ढ़ ट , ठ
द , ध , न त , थ
ब , भ , म प , फ
य , र , ल , व , ह श , ष , स