वाक्य अशुद्धि शोधन = सार्थक एवं पूर्ण विचार व्यक्त करने वाले शब्द समूह को वाक्य कहा जाता है ! प्रत्येक भाषा का मूल ढांचा वाक्यों पर ही आधारित होता है ! इसलिए यह अनिवार्य है कि वाक्य रचना में पद -क्रम और अन्वय का विशेष ध्यान रखा जाए ! इनके प्रति सावधान न रहने से वाक्य रचना में कई प्रकार की भूलें हो जाती हैं !
वाक्य रचना के लिए अभ्यास की परम आवश्यकता होती है ! जैसे –
1 – संज्ञा सम्बन्धी अशुद्धियाँ =
अशुद्ध शुद्ध
– वह आंख से काना है । वह काना है ।
– आप शनिवार के दिन चले जाएं । आप शनिवार को चले जाएं ।
2 – परसर्ग सम्बन्धी अशुद्धियाँ=
अशुद्ध शुद्ध
– आप भोजन किया ? आपने भोजन किया ।
– उसने नहाया । वह नहाया ।
3 – लिंग सम्बन्धी अशुद्धियाँ =
अशुद्ध शुद्ध
– हमारी नाक में दम है । हमारे नाक में दम है ।
– मुझे आदेश दी । मुझे आदेश दिया ।
4 – वचन सम्बन्धी अशुद्धियाँ =
अशुद्ध शुद्ध
– उसे दो रोटी दे दो । उसे दो रोटियां दे दो ।
– मेरा कान मत खाओ । मेरे कान मत खाओ ।
5 – सर्वनाम सम्बन्धी अशुद्धियाँ =
अशुद्ध शुद्ध
– तुम तुम्हारे रास्ते लगो । तुम अपने रास्ते लगो ।
– हमको क्या ? हमें क्या ?
6 – विशेषण सम्बन्धी अशुद्धियाँ =
अशुद्ध शुद्ध
– मुझे छिलके वाला धान चाहिए । मुझे धान चाहिए ।
– एक गोपनीय रहस्य । एक रहस्य ।
7 – क्रिया सम्बन्धी अशुद्धियाँ =
अशुद्ध शुद्ध
– उसे हरि को पटक डाला । उसने हरि को पटक दिया ।
– वह चिल्ला उठा । वह चिल्ला पड़ा ।
8 – मुहावरे सम्बन्धी अशुद्धियाँ =
अशुद्ध शुद्ध
– वह श्याम पर बरस गया । वह श्याम पर बरस पड़ा ।
– उसकी अक्ल चक्कर खा गई । उसकी अक्ल चकरा गई ।
9 – क्रिया विशेषण सम्बन्धी अशुद्धियाँ =
अशुद्ध शुद्ध
– वह लगभग रोने लगा । वह रोने लगा ।
– उसका सर नीचे था । उसका सर नीचा था ।
10 – अव्यय सम्बन्धी अशुद्धियाँ =
अशुद्ध शुद्ध
– वे संतान को लेकर दुखी थे । वे संतान के कारण दुखी थे ।
– वहां अपार जनसमूह एकत्रित था । वहां अपार जन -समूह एकत्र था ।
11 – वाक्यगत सम्बन्धी अशुद्धियाँ =
अशुद्ध शुद्ध
– तलवार की नोक पर – तलवार की धार पर –
– मेरी आयु बीस की है । मेरी अवस्था बीस वर्ष की है ।
12 – पुनरुक्ति सम्बन्धी अशुद्धियाँ =
अशुद्ध शुद्ध
– मेरे पिता सज्जन पुरुष हैं । मेरे पिता सज्जन हैं ।
– वे गुनगुने गर्म पानी से स्नान करते हैं । वे गुनगुने पानी से स्नान करते हैं ।